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बॉक्सिंग न्यूज़अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजीClaressa Shields का बेमिसाल बॉक्सिंग करियर का सफर

Claressa Shields का बेमिसाल बॉक्सिंग करियर का सफर

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बॉक्सिंग न्यूज़: Claressa Shields का बेमिसाल बॉक्सिंग करियर का सफर

Claressa Shields का बेमिसाल बॉक्सिंग करियर का सफर, Claressa Shields अमेरिका की एक सबसे खतरनाक बोक्सर मे से एक है। उन्होंने लगभग सारे वेट क्लास मे बेल्ट जीते है जो उनके ताकत और काबिलियत को दर्शाते है, पिछले शनिवार को हुए मुकाबले मे भी उन्होंने अपने बेल्ट को दाव पर लगाया था। लेकिन वो इतनी बेफिक्र थी, क्यूँकि उन्हे अपनी बॉक्सिंग स्किल्स और काबिलियत के उपर इतना भरोसा था, कि वो ये मुकाबला जीत जाएँगी और ऐसा ही कुछ हुआ, इस मैच के दस्वे दौर मे उन्होंने अपने हूक से मुकाबले को खत्म किया और अपने बेल्ट को रिटेन भी किया। इसके साथ उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी की भी तारीफ की।

बचपन और प्रारंभिक जीवन

Claressa Shields का जन्म फ्लिंट, मिशिगन, यूएसए में 17 मार्च, 1995 को हुआ था। उनके माता-पिता मार्सेला एडम्स और बो शील्ड्स हैं और उनके तीन भाई बहन ब्रियाना शील्ड्स, आर्टिस मैक और ड्यूसेबल लुईस हैं।जब वह दो साल की थी, उसके पिता बो शील्ड जेल गए और जब वह नौ साल की थी तब वह बाहर आ गए। बो शील्ड्स एक पेशेवर अंडरग्राउंड लीग बॉक्सर रह चुके हैं। वह अक्सर क्लेरेसा से बॉक्सिंग और बॉक्सिंग लीजेंड लैला अली के बारे में बात करते थे, जिससे उन्हें बॉक्सिंग में दिलचस्पी हुई।

Claressa Shields ने मुक्केबाज़ बनने का प्रशिक्षण तब शुरू किया जब वह ग्यारह वर्ष की थी। उसने फ्लिंट में ‘बरस्टन फील्ड हाउस’ में प्रशिक्षण लिया। यहीं पर वह अपने भावी कोच जेसन क्रचफील्ड से मिलीं। वह अपने पुराने दिनों को याद करती हैं कि शुरू में क्रचफील्ड ने उन्हें किसी नरम व्यक्ति के रूप में देखा था जो बॉक्सिंग करना नहीं जानती थी। दूसरी ओर, उसके दोस्त थे जो एक हिंसक खेल के रूप में उसके प्यार को नहीं समझ पाए।

Shields का एक अनुपस्थित पिता और नशीली आदतो की समस्या वाली माँ के साथ एक कठिन बचपन गुजरा था। जब तक वह बड़ी हो रही थी, तब तक वह अपने छोटे भाई-बहनों की देखभाल कर रही थी और उन्हें स्कूल के लिए तैयार कर रही थी।जब भी वह स्कूल में नहीं थी तब उसने खुद हाई स्कूल जाना और प्रशिक्षण लेना जारी रखा।

यह shield की दादी और एक अन्य आंटी थीं जिन्होंने बहुत आवश्यक सहायता प्रदान की। उसने 13 साल की उम्र में बपतिस्मा भी लिया और ईसाई धर्म में सांत्वना पाई।Shields ने कहा है कि उन्होंने 12 साल में 11 घर बदले। हालाँकि, तमाम उथल-पुथल के बावजूद, वह अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने में सफल रही। वह एक अच्छी छात्रा थी जिसने पूरे हाई स्कूल में ऑनर्स क्लास ली थी।

Claressa Shields की शौकिया करियर की शुरुआत

Claressa Shields ने अपने करियर की शुरुआत एक शौकिया मुक्केबाज के रूप में की थी। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने दो बार ‘जूनियर ओलंपिक चैंपियनशिप जीती।2011 में उसने नेशनल पुलिस एथलेटिक लीग चैम्पियनशिप में भाग लिया। उसने मिडिलवेट वर्ग में प्रतिस्पर्धा की और उसे जीत लिया।2012 में ओलंपिक परीक्षणों में, वह सबसे कम उम्र की मुक्केबाज़ थीं।

उन्होंने 165 पाउंड वजन वर्ग जीता। उसी वर्ष, लंदन ओलंपिक खेलों में शील्ड्स को अपना पहला ओलंपिक स्वर्ण मिला। उसने इसे जीतने के लिए रूसी नादेज़्दा टोर्लोपोवा को हराया।2015 में वह पैन अमेरिकन गेम्स चैंपियन बनीं। वह यह टाइटल जीतने वाली पहली अमेरिकी महिला हैं। Shields ने 2016 में अर्जेंटीना में ‘एएमबीसी ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट’ में स्वर्ण पदक जीता था।

उसी वर्ष आयोजित रियो समर ओलंपिक में उन्होंने मिडलवेट वर्ग में डच मुक्केबाज नौचका फोंटिजन को हराकर स्वर्ण पदक जीता था।एक शौकिया मुक्केबाज के रूप में उसे 77 जीत और एक हार मिली थी। शील्ड्स नवंबर 2016 में पेशेवर मुक्केबाज बनीं। उन्होंने अपने आप को इतना ताकतवर बना दिया था, कि उन्हे अपने प्रोफारेशनल करियर मे ज्यादा मुश्किलात का सामना नही करना पड़ा था। क्यूँकि बचपन से वोवो इतना कुछ झेल चुकी थी, की उन चीजों ने उन्हे अंदर से पुरी तरह से सशक्त  बना दिया था।

प्रोफारेशनल करियर और जीत का दौर

Claressa Shields ने नॉर्थ अमेरिकन बॉक्सिंग फेडरेशन मिडलवेट चैंपियनशिप में प्रतिद्वंद्वी स्ज़िल्विया स्ज़ाबादोस को हराया और खिताब जीता। 10 मार्च, 2017 को आयोजित यह टेलीविज़न कार्यक्रम पहली बार था जब किसी महिला की मुक्केबाजी प्रतियोगिता यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के टीवी नेटवर्क पर मुख्य कार्यक्रम थी।

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4 अगस्त, 2017 को नेटवर्क पर प्रसारित एक अन्य कार्यक्रम में शोटाइम शील्ड्स ने चार बार की डिफेंडिंग चैंपियन निक्की एडलर को हराकर WBC सुपर-मिडिलवेट चैंपियन बन गई।22 जून, 2018 को Claressa Shields ने एक और रिकॉर्ड बनाया। उसने हैना गेब्रियल को हरा दिया और सबसे कम मुकाबलों में यह टाइटल हासिल करने वाली दो-भार वाली पेशेवर चैंपियन बन गई।

Shields ने 13 अप्रैल, 2019 को सर्वसम्मत निर्णय से क्रिस्टीना हैमर को हराया। इस जीत के साथ, उन्होंने अपनी बेल्ट के तहत WBA, WBC, IBF और WBO मिडिलवेट टाइटल हासिल किए, जिससे वह इसे हासिल करने वाले कुछ मुक्केबाजों में से एक बन गईं।

Shields ने मार्शल को दी मात

ये लडाई अभी से नही तब से चली आ रही है जब ये दोनो बचपन से बॉक्सिंग कर रहे थे। मार्शल का कहना है कि उन्होंने एक बॉक्सिंग चैरिटी मुकाबले मे उन्होंने shields को हराया है और उनके लिए कोई बड़ी बात नही होगी shields को हराने मे। इस चीज ने shields को काफी दबाव पर डाल रहा था। लेकिन दबाव को पार पाना shields के लिए कोई नही बात नही थी। उन्हे सिर्फ इंतज़ार था, तो उस दिन का जब ये दोनो बोक्सर्स आपस मे एक ही रिंग मे लड़ने वाली थी।

उस मुकाबले मे shields ने तेज शुरुआत की, लेकिन मार्शल ने दूसरे में छलांग लगाई और shields को रस्सियों पर वापस लाने की कोशिश की। हालांकि, अमेरिकी एकीकृत चैंपियन ने किसी भी परिस्थिति से बाहर निकलने के लिए अपने जबरदस्त तकनीकी कौशल का इस्तेमाल किया, जिससे गंभीर खतरा पैदा हो सकता था।जब shields छठे राउंड में थकती हुई दिखाई दीं, तो तेवर बदल गया। मार्शल लगातार किसी भी हमले का सामना करने के प्रयास में उसके द्वारा झुकी हुई थी।

लेकिन shields ने अपने विस्फोटक कौशल से नुकसान होने का कोई संकेत नहीं दिखाया, भले ही मार्शल को और अधिक सफलता मिलनी शुरू हो गई।मार्शल के संक्षिप्त वापसी के बाद शील्ड्स ने फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया, यह निश्चित था कि वह आगे थी। अब shields अपने खेल मे उतर रही थी, उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नही देखा और मुकाबले को पुरी तरीके से अपने नाम कर दिया।

Claressa Shields को तीन जजस से 96-94, 96-94, और 97-93 के सर्वसम्मत निर्णय प्राप्त करने के बाद निर्विवाद मिडिलवेट चैंपियन घोषित किया गया। जैसे ही अंतिम घंटी बजी, दोनों महिलाओं को बिकने वाली O2 एरिना की भीड़ से जोरदार तालियां मिलीं, जिन्होंने अब तक का सबसे बड़ा मैच देखा था।28 साल की उम्र मे उन्होंने काफी कुछ अर्जित कर लिया है और अभी भी आगे के मुकाबले के लिए उतने ही तत्पर है।

 

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Satish Kumar
Satish Kumarhttps://boxingpulsenews.com/
बॉक्सिंग मेरा पैशन है। मैं बॉक्सिंग और बॉक्सिंग की कहानियों के बारे में लिखता हूं। और मुझे आपके साथ बॉक्सिंग पर अपने विचार साझा करना अच्छा लगता है।

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