International Olympic Committee ने बॉक्सिंग को 2024 ओलंपिक मे हटाने कि संभावना जताई है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि रूस द्वारा चलाए जा रहे इंटरनेशनल बॉक्सिंग पर इसका कोई भी इंटरेस्ट नही है, और ibo को इस समती से हटा दिया गया था 2020 के टोक्यो के ओलंपिक गमेस् मे। इंटरनेशनल बॉक्सिंग असोसिएशं को 2020 के ओलंपिक गेम से हटा दिया गया था, और 2028 में होने वाले ओलंपिक मे सायद बॉक्सिंग हो या न हो ऐसी स्थिति बनी हुई है।
ओलंपिक मे बॉक्सिंग का होना मुश्किल
2024 के बॉक्सिंग के कालीफिकेशं को ioc के द्वारा चलाया जा रहा है, पर IBA ने अपनी मुश्किलि इसमे जताते हुए कहा है कि उनकी तरफ से ये निर्णय लिया जा सकता है कि ओलंपिक खेल जो पेरिस मे आयोजित 2024 के लिए मुक्केबाजी को रद्द करना शामिल करना पड़ सकता है। इसमे International Olympic Committee के अधिकारी ने ये बयान दिया है कि iba कि कोई इच्छा नही है कि वे बॉक्सिंग को ओलंपिक मे शामिल करे वो अपना खुद का सम्राज्य चाहते है।
बोक्सर्स को ओलंपिक क्वालीफायर और ओलंपिक खेलों से दूर रखने के फैसलों और चर्चाओं को अलग-अलग नहीं समझा जा सकता है उन्होंने अपनी टिपणी मे कहा।IBA को रूसी उमर क्रेमलेव द्वारा रूसी फर्म गज़प्रोम के समर्थन से चलाया जाता है। उन्होंने कहा कि iba अपनी मर्ज़ी से अपने निर्णय लेता जा रहा उसे बॉक्सिंग को बड़ाने मे कोई दिलचस्पी नही है।
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गजप्रोम के साथ iba का कंट्रैट् है जो ज्यादा स्पाँवर्शिप उन्हे प्रधान करता है। जिसे International Olympic Committee ने इसका खंडन बार बार किया है।यह घोषणा इस बात की पुष्टि करती है कि IBA बड़े पैमाने पर रूसी सरकार द्वारा नियंत्रित कंपनी पर निर्भर रहेगा। ये सब इसलिए किया जा रहा है सितंबर में IBA कांग्रेस ने एक नया चुनाव कराने के खिलाफ मतदान किया जाएगा, जिसमे क्रेमलेव को अध्यक्ष बने रहने की अनुमति मिल सकती है।
International Olympic Committee को अपना एक निर्णय लेना होगा कि लगातार ऐसे होते जाने पर कि बॉक्सिंग को ओलंपिक मे शामिल किया जाना चाहिए कि नही, क्यूँकि ओलंपिक के लिए अब ज्यादा समय नही बचा है। इसलिए हमे कठोर निर्णय लेने पर मजबूर किया जा सकता है।