UK Anti-Doping Investigation द्वारा बेन पर लगाया आरोप। Uk कि anti- doping investigation टीम ने बेन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बेन ने उनकी investigation मे बिल्कुल भी साथ नही दिया था। वे जयदतर hearing मे बिल्कुल भी नही आए थे। जिस कारण से हमे ये देरी लगानी पढ़ रही है। ये मामला तब उजागर हुआ जब बेन और युबंक के बीच ओक्टोबर् मे लडाई तय कि गई थी। लडाई के कुछ दिन पहले ये खबर आई कि बेन के शरीर मे फीमैल फेरतिलिटी ड्रग पाए जाने के कारण ये लडाई रोक दी गई थी।
केस ने ले लिया है एक नया मोड
फिर जब दोबारा उनका टेस्ट लिया गया तो वो उसमे भी पॉजिटिव पाए गए थे। इस चीज ने बेन कि मुश्किलो को और भी बड़ा दिया था। उन्हे बॉक्सिंग के वेल्टर वेइट रैंकिंग से हटा दिया गया था। और उनसे बॉक्सिंग परमिट कार्ड भी ले लिया गया था। जिस पर बेन ने अपनी सफाई मे कहा कि वे निर्दोष है और उन्होंने anti doping investigation को 270 पेज का डॉक्यूमेंट रेफरेंस बेजा है।
बाद में यह पता चला कि बेन पहले समर में उसी पदार्थ के लिए एक अलग परीक्षण में वो वापस पॉजिटिव पाए गए थे।Anti-Doping Association ने दोनों परीक्षण किए। uk कि anti doping investigation के भी उन्हे ये निर्णय लेना है कि बेन को बॉक्सिंग से प्रतिबंध किया जाना चाहिए या नही अपने देश मे।
पढ़े : Richard Riakporhe ने लॉरेंस ओकोली को दिया जवाब
Anti doping investigation ने डेली मैल पत्रिका को ये खबर दी कि बेन ने कोई भी 270 पेज का डॉक्यूमेंट रेफरेंस नही बेजा है। और उन्होंने आगे कहा कि बेन हमारी investigation मे बिल्कुल भी सहायक नही रहे है। उन्होंने कही बार बुलाने पर भी ज्यादा समय हमारा जवाब नही देते है। अगर ये इसी तरह से करते रहे तो वो ही सबसे बड़े परेशानी कि तरफ अपने आप को धकेलेंगे।
बेन ने अपने हालिया सोशल मीडिया पोस्ट में WBC जांच का बार-बार उल्लेख किया है, और investigating body से अपनी जांच में तेजी लाने का आग्रह किया है।मेल ने अक्टूबर में रिपोर्ट दी थी कि बेन ने चिकन अंडे के अपने विशाल सेवन का संकेत दिया था, जिससे उसके शरीर में क्लोमीफीन की निशान उपस्थिति हो सकता है।बेन के प्रमोटर एडी हर्न ने बार-बार जोर देकर कहा है कि बेन को लड़ने की अनुमति है और वह अगले छह महीनों में रिंग में वापसी करेंगे।